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श्रीराम लला दर्शन योजना (Ramlala Darshan Scheme)
छत्तीसगढ़ में सरकारी खर्चे पर अयोध्या और वाराणसी दर्शन की योजना
अयोध्या में २२ जनवरी २०२४ को श्रीराम मंदिर निर्माण तथा प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के बाद मंदिर को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला जायेगा। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव २०२३ के अपने चुनावी संकल्प पत्र में “मोदी की गारंटी” के नाम से कई वेड किये थे। श्रीरामलला दर्शन योजना भी इन्ही चुनावी वादों में शामिल था जिसे कैबिनेट ने हाल ही में मंज़ूरी दे दी है। इस योजना से प्रदेश के २० हज़ार लोगों को सरकारी खर्चे पर अयोध्या और वाराणसी का दर्शन कराया जायेगा।
श्रीराम लला दर्शन योजना योजना की शुरुआत:
२५ जनवरी २०२४ को पहली स्पेशल ट्रेन के द्वारा प्रदेश के श्रद्धालुओं को इस योजना का लाभ मिलना प्रारम्भ होगा।
श्रीराम लला दर्शन योजना योजना का उद्देश्य : प्रदेश के मूल निवासियों को श्रीरामलला के दर्शन करवाना।
श्रीराम लला दर्शन योजना हेतु पात्रता:
१.प्रदेश का मूलनिवासी होना
२.आयुवर्ग १८-७५ वर्ष के बीच
३.स्वास्थ्य परिक्षण अनिवार्य -जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा फिटनेस प्रमाण पत्र में फिट होने पर ही यात्रा कर पाएंगे
४.हितग्राहियों का चयन :रामलला दर्शन समिति द्वारा , जिसके अध्यक्ष जिले के कलेक्टर होंगे। हितग्राहियों का चयन अनुपातिक आधार पर होगा।
५.यात्रा का प्रबंध :रेल द्वारा यात्रा
६.प्रस्थान बिंदु :रायपुर ,दुर्ग ,रायगढ़ तथा अंबिकापुर
७.गंतव्य बिंदु :मूल स्थान अयोध्या होगा
श्रीराम लला दर्शन योजना योजना का क्रियान्वयन:
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा तथा बजट पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। इस हेतु छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और भारतीय रेल्वे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन(आईआरसीटीसी) के मध्य एम ओ यु किया जायेगा। आईआरसीटीसी द्वारा प्रत्येक सप्ताह १ स्पेशल ट्रेन उपलब्ध कराया जायेगा। प्रत्येक ट्रेन में लगभग १००० यात्रियों के ले जाया जायेगा
यात्रा का सम्पूर्ण प्रबंध आईआरसीटीसी द्वारा किया जायेगा। यात्रा के दौरान यात्रियों को भोजन,सुरक्षा,स्वास्थ्य ,दर्शन हेतु स्थानीय परिवहन आदि की व्यवस्था की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की होगी।
यात्रियों को उनके निवास स्थान से निर्धारित रेलवे स्टेशन तक लेन एवं वापस ले जाने की व्यवस्था सम्बंधित जिला कलेक्टरों द्वारा की जाएगी।
प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम अधिकारी अथवा एक छोटा प्रतिनिधि दल भी जायेगा।
दिव्यांगजनों के साथ यथासंभव उनका कोई एक पारिवारिक सदस्य साथ में जा सकता है।
श्रीराम लला दर्शन योजना यात्रा का विवरण :
चयनित यात्रियों को निर्धारित तिथि को उनके गंतव्य स्टेशन से रवाना किया जायेगा। यात्रा का मूल गंतव्य स्थान अयोध्या होगा। इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगीअयोध्या में नवनिर्मित श्रीरामलला मंदिर के साथ ही आसपास के अन्य मंदिरों एवं दर्शनीय स्थल का भ्रमण कराया जायेगा। वापसी में वाराणसी में १ दिन का रात्रि विश्राम होगा। वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साथ ही गंगा स्नान एवं गंगा आरती का लाभ यात्रियों को मिलेगा।
विशेष: पहले चरण में ५५ वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का चयन किया जायेगा।इसके पश्चात् अन्य आयु वर्ग के लोगों को मौका मिलेगा। भविष्य में ट्रेन की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पूर्व में संचालित योजना :
“मुख्यमंत्री तीरथ बरत योजना”-इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के निवासी वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष या अधिक आयु के व्यक्ति) को उनके जीवनकाल में एक बार, प्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न नामनिर्दिष्ट तीर्थ स्थानों में से किसी एक या एक से अधिक स्थानों की यात्रा सुलभ कराने हेतु शासकीय सहायता प्रदान करना है। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक संबंधित जिला पंचायत स्थित समाज कल्याण विभाग में संपर्क कर सकते हैं।योजना के तहत सरकार ने एक वर्ष में 15 हजार बुजुर्गों और एक हजार दिव्यांगों को यात्रा कराने का लक्ष्य रखा है। प्रत्येक यात्रा में अधिकतम एक हजार लोगों को ले जाने का फैसला किया गया है।यह योजना समाज कल्याण विभाग के माध्यम से चलाई जाती है।